‘राज्य और अल्पसंख्यक’ मूलतः डॉ. अम्बेडकर द्वारा संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत किये जाने के लिए एक ज्ञापन के रूप में तैयार किया गया था। उसे उन्होंने संविधान के अनुच्छेदों व धाराओं के रूप में क्रमबद्ध किया था, साथ ही परिशिष्ट में स्पष्टीकरण हेतु टिप्पणियां भी संकलित थीं। इस ज्ञापन के जरिये बाबा साहब ने भारत में राजकीय समाजवाद लागू करने का प्रस्ताव रखा था, जिसके लिए जमीन तथा बड़े उद्योगों के राष्ट्रीयकरण की बात की थी। साथ ही अस्पृश्यों को अल्पसंख्यक का दर्जा देते हुए पूना समझौते से निकले आरक्षण के फॉमूले की जगह पृथक निर्वाचन व दोहरे मताधिकार तथा ‘कम्युनल अवार्ड’ लागू किये जाने की आवश्यकताओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई है।
विमर्श
राज्य और अल्पसंख्यक – डॉ भीम राव अम्बेडकर(विमर्श) 2020 | पेपरबैक
₹96.00
- लेखक : डॉ. भीम राव अंबेडकर
- पृष्ठ : 106, कागज़ : 70 gsm नेचुरल शेड, साइज़: डिमाई
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