देशी -विदेशी कविताओं के इस संकलन का चयन और अनुवाद हिंदी के मार्क्सवादी आलोचक मैनेजर पांडेय ने अपनी मृत्यु से पहले किया था जो उनकी मृत्यु के बाद 6 नवम्बर 2024 को प्रकाशित हुआ। इस चयन में तेलुगु से वरवर राव, नाइजीरियाई से केन सारो -विवा , पोलिश से विस्लावा शिम्बोर्स्का , लेज़ेक एलेक्तोरोविच, स्तानिस्लाव बारांचक, थॉमस यास्त्रन और विक्टर वाराजिल्सकी , अमेरिकी अंग्रेजी से मार्ज पिएर्सी और अफ़गानी से मीना किश्वर की कविताएँ शामिल हैं।
इस किताब की भूमिका मार्क्सवादी आलोचक आनंद प्रकाश ने लिखी है।
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