‘भारत मे जातिप्रथा’ डॉ. अम्बेडकर द्वारा कोलंबिया विश्वविद्यालय में 1916 में नृविज्ञान के छात्र की हैसियत से प्रस्तुत किया गया शोध पत्र है। इसमें उन्होंने भारत में जाति व्यवस्था की आरम्भिक परिस्थितियों, उसकी उत्पत्ति, विकास तथा व्यापक विस्तार की प्रविधियों पर चर्चा की है। जाति व्यवस्था किस तरह स्त्रियों के अधिकारों पर पितृसत्ता के नियंत्रण का परिणाम है, यह इस लेख का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।
विमर्श
भारत में जाति प्रथा – डॉ. भीम राव अंबेडकर (विमर्श) 2020 | पेपरबैक
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भारत में जाति प्रथा (विमर्श) 2020
लेखक : डॉ. भीम राव अंबेडकर
पृष्ठ : 40, कागज़ : 70 gsm नेचुरल शेड, साइज़: डिमाई
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