मध्यकालीन भक्ति कविता में खेती-किसानी से लेकर सुशासन तक के अनेक दृष्टांत बहुत से महत्वपूर्ण भक्त कवियों में प्रमुखता से मिलते हैं. आलोचक बजरंग बिहारी तिवारी ने इन्ही दृष्टान्तों को समकालीन सन्दर्भों के साथ जोड़कर इस पुस्तिका को अर्थवान बनाया है.
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मध्यकालीन भक्ति कविता में खेती-किसानी से लेकर सुशासन तक के अनेक दृष्टांत बहुत से महत्वपूर्ण भक्त कवियों में प्रमुखता से मिलते हैं. आलोचक बजरंग बिहारी तिवारी ने इन्ही दृष्टान्तों को समकालीन सन्दर्भों के साथ जोड़कर इस पुस्तिका को अर्थवान बनाया है.
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भक्ति- कविता, किसानी और किसान आंदोलन (संस्कृति – विमर्श) 2021
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